भगवान श्रीकृष्ण के खड्ग का नाम नंदक, गदा का नाम कौमौदकी और शंख का नाम पांचजन्य था, जो गुलाबी रंग का था.

भगवान श्रीकृष्ण की परदादी 'मारिषा' और सौतेली मां रोहिणी (बलराम की मां) 'नाग' जनजाति की थीं.

भगवान श्रीकृष्ण से जेल में बदली गई यशोदापुत्री का नाम एकानंशा था, जो आज विंध्यवासिनी देवी के नाम से पूजी जातीं हैं.

भगवान श्रीकृष्ण की त्वचा का रंग मेघश्यामल था और उनके शरीर से एक मादक गंध निकलती थी

भगवान श्रीकृष्ण की त्वचा का रंग मेघश्यामल था और उनके शरीर से एक मादक गंध निकलती थी

1. मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.

1. मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.

पूर्वजन्म में भी देवकी थीं श्रीकृष्ण की माता

पूर्वजन्म में भी देवकी थीं श्रीकृष्ण की माता

भगवान कृष्ण के कुल 108 नाम हैं, जिनमें कान्हा, कन्हैया, गोविंद, गोपाल, घनश्याम, गिरधारी, मोहन, बांके बिहारी, माधव, चक्रधर, देवकीनंदन प्रमुख हैं.

देवकी की सातवीं संतान बलराम और आठवीं संतान श्रीकृष्ण थे

भगवान श्रीकृष्ण से भगवद् गीता सबसे पहले अर्जुन के अलावा हनुमान और संजय ने भी सुनी थी. हनुमान कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान अर्जुन के रथ में सबसे ऊपर सवार थे.